एल एण्ड टी में मुख्यमंत्री ने की वज्र की सवारी,इससे पहले 90 टेक सीमा सुरक्षा के लिए की जा चुकी है देश को अर्पण
सूरत। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने आज हजीरा स्थित एल एण्ड टी में निर्मित 91वीं के-9 वज्र टेंक को हरीझंडी दी। इस के-9 वज्र टेंक की मदद से भारत दुश्मन देशों के दांत खट्टे कर देगा।
मेक इन इंडिया के विजन के तहत एल एण्ड टी के द्वारा निर्मित की गई के-9 वज्र टेंक की आरती उतारकर पूजा अर्चना कर टेंक पर सवार होकर विजय रुपाणी ने टेंक को प्रस्थान करवाया था । विजय रुपाणी ने बताया कि, एल एण्ड टी कम्पनी आत्मनिर्भर भारत अभियान को साकरित कर के- 9 वज्र टेंक का उत्पादन कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया , डिजीटल इंडिया जैसे नारे तथा दृष्टिकोण देकर देश की जनतामें नई आशा का सर्जन किया है। समग्र विश्व में एल एण्ड टी कम्पनी ने इंजीनियरिंग क्षेत्र में जो चीज असंभव थी उसे संभव बनाकर देश का गौरव बढ़ाया है।डिफेंस के साधन बाहर से आयात करने पड़ते थे अब डीआरडीओ के माध्यम से संशोधन कर देश में ही साधनों का निर्माण हो रहा है । संरक्षण शस्त्र संसाधन भारत में निर्माण कर एल एंड टी कम्पनी ने श्रेष्ठ उदाहरण दिया है। इस कम्पनी ने गुजरात में विश्व का सबसे बड़ा स्टेच्यु ऑफ युनीटी बनाने का बीड़ा लेकर उच्च इंजीनियरिंग क्षमता साबित की है। मोटेरा स्टेडियम समेत काफी प्रोजेक्ट, पुल, रेलवे पाईपलाईन का निर्माण कर देश के विकास कार्यों में योगदान दिया है। के-9 व्रज टेंक दुश्मनों के दांत खट्टा करेगी और लेटेस्ट टेक्नोलोजी के हथियार देश में बनें इस दिशा में भारत सरकार काम
कर रही है।
मुख्यमंत्री ने आम्ड सिस्टम कॉम्पलेक्स का भी निरीक्षण किया है। यह कम्पनी पिछले 37 वर्षों से कार्यरत है 750 एकड़ में विकसीत होकर विश्व की अनबिलिवेबल कम्पनी बनी है। 17000 कर्मचारी इस कम्पनी में कार्यरत हैं। के-9 वज्र टेंक प्रोजेक्ट की सबसे पहली टेंक बनाकर उसकी मजबूती दुनिया के अन्य कोई देश के पास नहीं हैं।